इरेजर बचपन की पसंद
लिखो और झट से मिटा लो
खुशबू भी उसकी कुछ अलग
ऑरेंज तो कभी मैंगो फ्लेवर
रंग-बिरंगे डिजाइनर
यादों की तरह सपनीले भी
दोनों ही प्रिय थे बेहद
आज भी इरेजर की महक
कहीं आ जाती है
मीठा लगता है आज भी आम
इरेजर आज नहीं है लेकिन
है बस यादों का इंस्ट्रूमेंट बॉक्स
काश कि मिटा पाते हम
कुछ लिखा पेंसिल का
मिटा पाते कोई चेहरा
कोई गंध कोई रंग
वे रंगीले ब्रश स्ट्रोक्स