गुरुवार, जून 21, 2012

इरेजर




इरेजर बचपन की पसंद 
लिखो और झट से मिटा लो
खुशबू भी उसकी कुछ अलग 
ऑरेंज तो कभी मैंगो फ्लेवर
रंग-बिरंगे डिजाइनर
यादों की तरह सपनीले भी
दोनों ही प्रिय थे बेहद
आज भी इरेजर की महक 
कहीं आ जाती है
मीठा लगता है आज भी आम
इरेजर आज नहीं है लेकिन 
है बस यादों का इंस्ट्रूमेंट बॉक्स
काश कि मिटा पाते हम 
कुछ लिखा पेंसिल का
मिटा पाते कोई चेहरा
कोई गंध कोई रंग
वे रंगीले ब्रश स्ट्रोक्स