शुक्रवार, अक्तूबर 22, 2010

अंडरगारमेंट्स!


अब अंडरगारमेंट्स छिपाने की चीज नहीं, बल्कि बताने की चीज है। आपने कौन सा रंग पहना है, उस रंग का क्या महत्व है, यह सब अब लड़कियां धड़ल्ले से जाहिर कर रही हैं। ए क नए सर्वेक्षण के अनुसार, अंडरगारमेंट्स का कलर राज खोलता है कि आप किस तरह की प्रेमिका हैं। इससे यह पता चलता है कि लड़कियां अब सकुचाती नहीं, बल्कि बोल्ड हो रही हैं। अंडरगारमेंट्स किस तरह लड़कियों को आ॓पन कर रहा है, जानिए स्पर्धा की रिपोर्ट से-
क्या आपने कभी सोचा है कि आपके द्वारा पहने जाने वाले अंडरगारमेंट्स आपके प्यार का पैरोमीटर हो सकते हैं यदि नहीं सोचा है तो जान लीजिए कि इसमें काफी हद तक सचाई है। लड़कियों द्वारा पहने जाने वाले अंडरगारमेंट्स के रंग बताते हैं कि आप किस तरह की प्रेमिका हैं, ए ेसा कहना हमारा नहीं, बल्कि ब्रिटिश साइकोलॉजिस्ट डोना डॉसन का है। रेड कलर के अंडरगारमेंट्स पसंद करने वाली लड़कियां प्यार में शर्मीली नहीं होतीं, तो यदि आपकी पसंद पिंक कलर की इनरवियर है तो आप कभी भी प्यार में पहल नहीं करेंगी। सदाबहार कलर व्हाइट को पसंद करने वाली लड़कियां हमेशा सीखने को उत्सुक रहती हैं।


यह कोई कोरी बकवास नहीं, या केवल ए क साइकोलॉजिस्ट का कहना नहीं है, बल्कि ए क सर्वेक्षण प्यार और अंडरगारमेंट्स के बीच के इस अजब-गजब रिश्ते का खुलासा करता है। सर्वेक्षण में पाया गया कि 7२ फीसद महिलाए ं क्लासिक व्हाइट, ब्लैक या ैंसी लेस वाले अंडरगारमेंट्स की बजाय न्यूड या स्किन कलर की अंडरगारमेंट्स खरीदना पसंद करती हैं। यही वजह है कि हर साल न्यूड कलर के अंडरगारमेंट्स में 38 फीसद की बढोत्तरी होती रहती है। ए ेसा अंडरगारमेंट्स की ंपनी डेबेनहैम्स का कहना है। ए ेसा नहीं है कि यह र्सि सर्वेक्षण की ही बात है। इसका पुक्ष्ता प्रमाण हॉलीवुड सेलिब्रिटी इवा मेंड्स की बातों में मिलता है। इवा ने हाल ही में अपने अंडरगारमेंट्स की पसंद को लेकर खुलासा किया था कि वह न्यूड या बेसिक अंडरवियर में खुद को सबसे ज्यदाा सेक्सी महसूस करती हैं। यही नहीं, पॉप स्टारलेट केटी पेरी ने भी नामी पत्रिका रोलिंग स्टोन की कवर गर्ल बनने के लिए सेक्सी लेस वियर की बजाय सिंपल न्यूड ब्रा और और पैंटी को पसंद किया। न्यूड अंडरगारमेंट्स का मतलब यह है कि किसी से कुछ छिपाना नहीं यानी सब कुछ दिखा देना। वैसे भी जमाना खुलेपन का है। न्यूड कलर की ब्रा नैचुरल, ईजी-गोइंग, डाउन टू अर्थ और ट्रांसपेरेंसी की प्रतीक है। इस रंग की ब्रा पहनने वाली महिला रिलैक्स रहती है, उसके पास छिपाने को कुछ नहीं होता। वहीं दूसरी आ॓र, रेड, यलो, ऑरेंज जैसे रंग उत्साह का अहसास जगाते हैं। हमारे ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं, दिल की धड़कन तेज कर देते हैं और सांसों की आवाजाही भी तेज हो जाती है।


इस सर्वेक्षण के बाद डोना डॉसन ने ने हर कलर की ब्रा का मतलब निकाला है। रेड कलर की ब्रा जहां पैशनेट, ए नर्जेटिक, ड्रामैटिक होने का प्रतीक है तो ब्लैक ब्रा पावरफुल, इंडिविजुअलस्टिक और सल्ट्री होने की। व्हाइट ब्रा भोलापन लेकिन सलाह के लिए तैयार महिला काप ्रतीक है तो पिंक ब्रा रोमांटिक और सेंसुअस लड़की का प्रतीक है। यही वजह है कि पिंक ची अभियान वैलेंटाइन डे पर शिव सेना वालों को मजा चखाने के लिए शुरू किया गया था, क्योंकि पिंक कलर रोमांस का प्रतीक है। इस ैम्पेन को कई लोगों ने ज्वाइन कर लिया था। करीब डेढ़ हजार पिंक कलर की पैंटीज शिव सेना वालों को भेजी गई थी। ए डमैन प्रहलाद कड़ को यह आइडिया काफी बढ़िया और मजेदार लगता है। उनके अनुसार, ड्रिंक पीने वाली लड़कियों को पीटने पर विश्वास करने वालों को पिंक कलर की पैंटी भेजना थोड़ा हैरान करने वाला है। लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि इस ैम्पेन ने इस तरह की गतिविधियों की नई शुरूआत कर दी है।


ए ेसा नहीं है कि अंडरगारमेंट्स को लेकर कुछ नया अभी ही किया गया है। कम ही लोगों को पता होगा कि इस तरह की गतिविधि पिंक चढडी अभियान से पहले ही म्यामां में की गई थी। अक्टबूर 2व्07 में म्यामां के महिला संगठन लान्ना ए क्शन फॉर बर्मा ने शांति प्रस्तावना के मद्देनजर पैंटी की पेशकश की थी। उनका लक्ष्य पैंटी के जरिए मिलट्रिी द्वारा म्यामां की जनसंक्ष्या विशेषकर महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकना था। इस ैम्पेन को म्यामां सहित ऑस्ट्रेलिया, फिलिपीन्स, जर्मनी, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, पोलैंड, अमेरिका और ब्राजील में लांच किया गया। इन देशों की महिलाओं से कहा गया कि वे अपनी पैंटी म्यामां के स्थानीय दूतावास भेजें। दरअसल म्यामां में यह अंधविश्वास है कि महिलाओं के अंडरपैंट के संर्प में आने से शक्ति क्षीण हो जाती है। अब वह दिन नहीं रहा जब अपने अंडरगारमेंट्स के बारे में बताने से महिलाए ं सकुचाती थी। अंडरवियर इम्पावरमेंट ने विश्व में नई लहर पैदा कर दी है। ए ेसे में अंडरगारमेंट्स के रंगों को लेकर किया गया यह ताजा सर्वेक्षण लड़कियों के हौसले और बुलंद कर रहा है।


पिछले दिनों ब्रा को लेकर ए क नया ैम्पेन अपने देश में और देखने को मिला। ब्रेस्ट ैंसर को सपोर्ट करने के लिए लड़कियों को कहा गया कि वे जिस रंग की ब्रा पहनती हैं, वह रंग अपने स्टेटस मैसेज में लिखें। आश्चर्यजनक तो यह रहा कि सभी ने इसमें उत्साहित होकर भाग लिया और अपनी ब्रा का कलर स्टेटस मैसेज में लिखा भी। कोई भी यह रंग बताने में सकुचाया नहीं, बल्कि कुछ लड़कों ने भी इस ैम्पेन में जमकर भाग लिया। इसे ब्रा कलर ैम्पेन का नाम दिया गया। कॉज्ञेडियन वीर दास इस ंडे को अच्छा मानते हुए कहते हैं कि काश मैं भी ब्रा पहनता तो अपनी ब्रा का रंग जरूर सबको बताता। पर अफसोस मैं लड़का हूं, लड़की नहीं। ए क्सपोर्ट हाउस में काम करने वाली नेहा शर्मा कहती हैं, ’मुझे इस तरह की ए क्टिविटी अच्छी लगती है। खुशी तो इस बात की भी है कि अब लड़कियां किसी भी चीज को लेकर चुप नहीं हैं, वे खुल रही हैं। उन्हें अपनी स्वतंत्रता का अहसास है।’


अंतर्मन का दर्पण

अंडरगारमेंट्स के कलर को लेकर हुआ यह सर्वेक्षण हो या रंगों को लेकर हुआ कोई और सर्वेक्षण, इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि हम जो भी पहनते हैं या हमारी जीवनशैली जैसी होती है, उससे हमारे अंतर्मन और हमारी चाहतों का पता चलता है। भड़कीले रंग वाले पोशाक पहनने वाले दूसरों का ध्यान अपनी आ॓र आकर्षित करना चाहते हैं। यह सब आपके अंदर की दशा को दर्शाता है। कई लोग टैटू बनवाते हैं, कुछ तो अपने प्राइवेट पार्ट्स पर भी टैटू बनवाने लगे हैं, यह सब उस व्यक्ति के अंदर के द्वंद्व को दर्शाता है, उसकी चाहतों को बताता है। इसी तरह अंडरगारमेंट्स को लेकर देश-दुनिया में चल रही गतिविधियों के लिए यह कहा जा सकता है कि इससे लोग दूसरों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। सभी जानते हैं कि अंडरगारमेंट्स ए ेसी चीज है, जो सहज ही दूसरों को आकर्षित करती है।

-डॉ समीर पारिख वरिष्ठ मनोचिकित्सक फोर्टिस अस्पताल


मेल ब्रा

पुरूषों के लिए ब्रा! यह सुनने में भले ही बेहद अजीब लग रहा हो, पर सच तो यही है कि जापान के बाजार में इन दिनों मेल ब्रा की धूम मची है। इसे ईजाद किया है अंडरवियर मेकर मसायुकी सुचिया ने। मसायुकी ने मेल ब्रा को लेकर सात सालों तक लगातार सोचा और फिर इसे लांच किया। मसायुकी कहते हैं कि मुझे समझ में नहीं आता था कि मेल ब्रा आखिर पुरूषों की किस जरूरत को पूरा करेगा। पिछले साल उन्हें अपने इस सवाल का जवाब मिला। उनकी टोक्यो स्थित ंपनी विशरूम में कुछ ग्राहकों ने फोन करके उन्हें बताया कि ब्रा पहनने से उनके मसल्स न बड़े दिखते हैं और ना ही उनकी पोश्चर सही होती है। बल्कि ब्रा पहनने से वे कहीं ज्यादा रिलैक्स महसूस करते हैं। पुरूषों के पक्ष से देखा जाए तो यह साइकोलॉजिकल ही है। फिर मसायुकी ने 8व् सेमी, 8५ सेमी और 9व् सेमी में ए -कप ब्रा ऑर्डर किए । अपनी ंपनी के ऑनलाइन शॉपिंग मॉल राकुटेन में उन ब्रा को डालने के तुरंत बाद सभी बिक गए । ए क महीने के अंदर ही टीवी कार्यक्रमों और न्यूजपेपर में दिखाए जाने लगे। हालत यह है कि अब प्रति माह 1व्0व् मेल ब्रा बनाए जा रहे हैं। मसायुकी का कहना है कि जापानी पुरूषों को काफी तनाव होता है और ब्रा इस तनाव से उन्हें मुक्ति दिलाते हैं। मसायुकी द्वारा तैयार किए गए मेल ब्रा के खरीदारों की उम्र 3व्-4व् वर्ष है। मसायुकी के अनुसार, ए क ग्राहक ने बताया कि इस ब्रा को पहनने के बाद वह अपनी फीलिंग्स को ’रीसेट‘ कर पाता है। यदि कुछ बुरा होता है तो वह ब्रा पहन लेता है और उसे लगता है कि वह अगले दिन लड़ने को तैयार है। मसायुकी को उम्तर के 5व्वें और 6व्वें पायदान के लोगों की आ॓र से भी ऑर्डर मिलने लगे हैं। यही नहीं, विदेशों से खासकर अमेरिका से भी लोग जानकारी के लिए मसायुकी से बात कर रहे हैं।